Tuesday, June 17

जयपुर। Rajasthan Pulse News

राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र के दौरान पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने डेयरी उत्पादों में मिलावट को लेकर मुद्दा उठाया। साथ ही कहा कि भ्रष्टाचार और मिलावट किसी भी हालात में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने ‘राजस्थान सहकारी डेयरी संघ लिमिटेड’ के वर्ष 2018-19 से 2021-22 तक के वार्षिक प्रतिवेदनों पर अपने विचार विधानसभा में रखे। उन्होंने डेयरी में भ्रष्टाचार, मिलावट, भर्तियों, मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई, आर्थिक मजबूती से लेकर मुख्यमंत्री दुग्ध संबल योजना सरीखे विषयों पर अपनी बात रखी।

मंत्री ने डेयरी व्यवसाय में भ्रष्टाचार और मिलावट किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंत्री ने साफतौर पर कहा कि इसको लेकर कोई मामला सामने आता है तो, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने डेयरी व्यवसाय के विस्तार की भी बात कही। उन्होंने कहा कि गांव-गांव तक दूध उत्पादक सहकारी समितियों का नेटवर्क बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री दुग्ध संबल योजना में भ्रष्टाचार कम करने पर भी जोर दिया गया है। मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत दी जाने वाली 5 रुपए प्रति लीटर की सब्सिडी अब डीबीटी के माध्यम से सीधे पशुपालक के खाते में ट्रांसफर की जा रही है, इससे भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं है। इसके जरिए अब तक 525 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।

बीमा योजना की दी जानकारी
बीमा योजना और आर्थिक सशक्तिकरण के बारे में भी कुमावत ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार डेयरी के विकास और पशुपालकों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। इसी कड़ी में पशुपालकों के हित में बीमा योजना का दायरा बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके तहत सभी पशुओं का बीमा किया जाएगा। मंत्री पशु चिकित्सालयों में रिक्त पदों को भरने के संकेत भी दिए।

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